सपने में जीना है, काला सच
अंधेरे में रहना भी है, काला सच
सच नहीं है जीवन चले अंधेरे में
हर बार दिख जाए शिखर कंगूरे में
भरोसा होता नहीं यहां किस्मत का
मिलते है यार यहां रावण के चहरे से
ठहरो , सफर लंबा तय होगा
गरजो , बरसात में समय व्यय होगा
भय भी होगा हार से जय भी होगा
आज करले युद्ध जिंदगी से
ये गहरा समुद्र पार भी होगा
धस जाएगा दलदल में ,
शक्ति है तो बच
सपने में जीना है, काला सच
अंधेरे में रहना भी है, काला सच
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